अस्थमा क्या है, अस्थमा के लक्षण, अस्थमा की देशी दवा, और परमानेंट इलाज के बारे में जानें

What is Asthma, Asthma Symptoms, Asthma Treatment, Bronchial Asthma

अस्थमा (Asthma Definition) एक प्रकार का श्वसन रोग है जिसमें व्यक्ति के फेफड़ों की ब्रोन्कियल नलिकाएं (ब्रोन्किल) फूल जाती हैं, जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। यह रोग अक्सर धूल, धुआं, गंदगी या एलर्जी से बढ़ जाता है और इसके लक्षण घरघराहट जैसे शब्दों के साथ आते हैं। अस्थमा के लक्षणों में सांस की तकलीफ बढ़ना, सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द शामिल हो सकते हैं।

अस्थमा क्या है (What is asthma)

अस्थमा एक प्रकार की फेफड़ों की बीमारी है जिसमें फेफड़ों के ट्यूब्स, जिन्हें ब्रोंकाइल्स कहा जाता है, में सूजन और बंदिश होती है. इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति को साँस लेने में कठिनाई होती है और वह अक्सर घातक दुर्घटनाओं का शिकार हो सकता है.

अस्थमा के लक्षणों में दिल की धड़कन बढ़ जाना, सीने में दर्द, खांसी, फुफ्फुसीय बलगम का बढ़ जाना, और साँस लेने में कठिनाई शामिल हो सकती है. इन लक्षणों के साथ-साथ, अस्थमा के बढ़ जाने से यह समस्या गंभीर हो सकती है और चिकित्सा सावधानी और उपचार की जरूरत हो सकती है.

अस्थमा के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जैसे कि आलर्जी, वायरस, या धूल या धुआं के अवशोषण से हो सकता है. यह बीमारी अधिकांश मामूली और उपयुक्त दवाइयों द्वारा नियंत्रित की जा सकती है, लेकिन कई बार यह व्यक्तिगत है और उपचार की आवश्यकता हो सकती है.

अस्थमा के लक्षण (Asthma symptoms)

अस्थमा के लक्षण व्यक्ति, लक्षणों के स्थान और लक्षणों की गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, लेकिन मुख्य लक्षण आमतौर पर हैं:

  • साँस लेने में कठिनाई (डिस्पीना): यह अस्थमा का सबसे प्रमुख लक्षण होता है। यदि व्यक्ति को साँस लेते समय कठिनाई महसूस होती है, खासतर रात को या सुबह जागते समय, तो इसे एक संकेत माना जा सकता है।
  • खांसी और सांस की गुड़गुड़ाहट: अस्थमा के रोगी अक्सर खांसते रहते हैं और सांस लेने के बाद गुड़गुड़ाहट का अहसास कर सकते हैं।
  • सीने में दर्द या बंदिश की भावना: यह लक्षण अस्थमा के दौरान सीने में दर्द की तरह भासित हो सकता है, जिसका कारण फेफड़ों में बंदिश होती है।
  • फुफ्फुसीय बलगम या कफ का बढ़ जाना: अस्थमा के बारे में इसकी खास बात यह है कि खराश के साथ फुफ्फुसीय बलगम या कफ की समस्या हो सकती है।
  • सांसों की गति का बदलाव: जब अस्थमा के बढ़ जाने के दौरान सांसों की गति तेज होती है और उसके बाद धीरी हो जाती है, तो यह भी एक लक्षण हो सकता है।
  • साथ ही आने वाले इन्फेक्शन: अस्थमा रोगियों को सामान्यतः साँस लेने में कठिनाई होती है, जिससे उन्हें ज्यादा संक्रमण का खतरा हो सकता है, खासतर फुफ्फुसीय इन्फेक्शन (ब्रोंकाइटिस) जो सांस लेने की क्षमता को और भी कम कर सकता है।
  • निश्वासन उपचार से सुधार: अस्थमा के लक्षणों में सुधार देखने के लिए निश्वासन उपचार का सुझाव दिया जा सकता है।

अस्थमा का मुख्य कारण (Main cause of asthma)

अस्थमा का मुख्य कारण यह होता है कि व्यक्ति के फेफड़ों के ट्यूब्स (ब्रोंकाइल्स) में सूजन और बंदिश हो जाती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। यह कुछ कारणों से हो सकता है:

  • आलर्जी: किसी व्यक्ति को किसी आलर्जन से संपर्क करने पर अस्थमा हो सकता है, जैसे कि पोलिन, कीटाणु, या पशु के छिलकों के खुखरे के कारण।
  • आनुवंशिक प्राकृतिकता: यदि किसी के परिवार में अस्थमा होता है, तो उनके बच्चों को भी इसकी संभावना हो सकती है।
  • धूल और प्रदूषण: धूल, धुआं, या प्रदूषण के कारण अस्थमा हो सकता है, क्योंकि ये ब्रोंकाइल्स को बंद कर सकते हैं।
  • व्यक्तिगत कारक: कुछ लोगों को खानपान और जीवनशैली के कारण अस्थमा हो सकता है, जैसे अधिक तला हुआ खाना, धूम्रपान, या अनुपयुक्त आहार।
  • इंफेक्शन: किसी इंफेक्शन, विशेषकर वायरस इंफेक्शन, जैसे कि बच्चों में ज्यादातर होता है, यह भी अस्थमा के कारण बन सकता है।

अस्थमा की बीमारी को जानने के लिए जांचें

  • चिकित्सकीय इतिहास (Medical History): डॉक्टर आपके चिकित्सकीय इतिहास को पूरी तरह से समझने की कोशिश करेंगे, जिसमें आपके लक्षणों का विवरण, उनकी सामयिकता, और उनके ज्यादातर होने के कारण शामिल होंगे।
  • श्वसन परीक्षण (Pulmonary Function Test): यह परीक्षण आपकी साँस लेने की क्षमता को मापता है और अस्थमा की गंभीरता को निर्धारित करने में मदद करता है।
  • छायाचित्रण (Chest X-ray): छायाचित्रण ब्रोंकाइल्स की सूजन को दर्शा सकता है और अन्य संबंधित समस्याओं को बाहर करने में मदद कर सकता है।
  • स्पाइरोमेट्री (Spirometry): यह परीक्षण आपकी फेफड़ों की क्षमता को मापता है और वायुमंडलीय प्रदर्शन को अनुमानित करता है।
  • आलर्जी टेस्टिंग (Allergy Testing): इसके माध्यम से पता लगता है कि क्या किसी विशेष आलर्जन से आपके अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं।
  • स्किन प्रिक टेस्ट (Skin Prick Test): इस परीक्षण में आपकी त्वचा पर विभिन्न आलर्जनों को लगाया जाता है और देखा जाता है कि कौन से आलर्जन आपके लिए प्रतिक्रिया पैदा करते हैं।
  • ब्लड टेस्ट्स (Blood Tests): यह टेस्ट्स इंफेक्शन और अन्य बीमारियों को बाहर करने में मदद कर सकते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों को प्रकट कर सकती हैं।
  • स्पुटम टेस्ट (Sputum Test): यह टेस्ट स्पुटम से नमूना लेता है और देखता है कि क्या आपके फेफड़ों में संकेत हैं कि आपके पास अस्थमा हो सकता है।

आपके डॉक्टर का उपयुक्त परीक्षण का चयन करेगा और फिर आपके लक्षणों और इतिहास के आधार पर उपयुक्त इलाज या प्रबंधन की सिफारिश करेगा।

ब्रोंकाइल्स आस्थमा (Bronchial asthma)

“Bronchial asthma” एक तरह की आस्थमा (asthma) होती है, जिसमें वायुमार्ग के ब्रोंकाइल्स (bronchial tubes) में सूजन और बंदिश होती है। यह बीमारी वायुमार्ग की सुजन के कारण श्वास की प्रतिरक्षण क्षमता में कमी का कारण बनती है, जिससे व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है और छाती में दर्द या बेचैनी हो सकती है।

ब्रोंकाइल आस्थमा का अर्थ होता है कि इसका मुख्य प्रभाव ब्रोंकाइल्स (या वायुमार्ग के ट्यूब्स) पर होता है, जो हो सकता है कि सूजन और आवरणिक प्रभावों के कारण बंद हो जाएं। इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है और वे आस्थमा के लक्षणों का सामना कर सकते हैं, जैसे कि फुसफुसाने की आवाज़, खांसी, और बलगम की समस्या।

अस्थमा का इलाज (Asthma treatment)

अस्थमा का उपचार (treatment of asthma) आपके लक्षणों की गंभीरता, उम्र और अन्य कारकों पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य उपचार विधियां दी गई हैं:

  • दवाइयां: अस्थमा के इलाज के लिए बाम्बूकी अंफेसमा जैसी दवाइयां डॉक्टर की सलाह पर ली जाती हैं। यह दवाइयां फेफड़ों की बंदिश को खोलती हैं और दमा के लक्षणों को कम करती हैं।
  • निश्वासन यंत्र (Inhalers): ये यंत्र दवाओं को सीधे फेफड़ों में पहुँचाते हैं और साँस लेने को आसान बनाते हैं। निश्वासन यंत्र डॉक्टर की सलाह पर उपयोग किया जाता है।
  • लाइफस्टाइल परिवर्तन: योग और प्राणायाम की मदद से साँस लेने की क्षमता में सुधार किया जा सकता है। व्यायाम और स्वस्थ आहार भी मदद कर सकते हैं।
  • ट्रीटमेंट प्लान: डॉक्टर आपके लक्षणों के हिसाब से एक ट्रीटमेंट प्लान तैयार करेंगे, जिसमें आपके लिए सबसे उपयुक्त उपायों का विचार किया जाएगा।

अस्थमा की देशी दवा (Home remedy for asthma)

अस्थमा की देशी दवाएँ आमतौर पर आयुर्वेदिक या होमियोपैथिक उपचारों का हिस्सा होती हैं। कुछ लोग अस्थमा के लिए घरेलू नुस्खों का उपयोग करते हैं, जैसे कि अदरक और शहद का मिश्रण, मुलेठी काढ़ा, और अजवाइन का धूआँ। हालांकि, यदि आपको अस्थमा है, तो सबसे महत्वपूर्ण है कि आप डॉक्टर की सलाह और परामर्श का पालन करें, क्योंकि अस्थमा के इलाज में आयुर्वेदिक और होमियोपैथिक उपचार का विश्वासघातक प्रमाण नहीं होता है।

अस्थमा का परमानेंट इलाज (Permanent treatment of asthma)

अस्थमा का पूरी तरह से परमानेंट इलाज नहीं हो सकता है, लेकिन उपयुक्त इलाज के साथ यह संयंत्रित किया जा सकता है और लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। डॉक्टर के दिशानिर्देशों का पालन करने, दवाओं का सही तरीके से उपयोग करने, और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करने से अस्थमा की गंभीरता को कम किया जा सकता है।

FAQ’s

अस्थमा की अंग्रेजी दवा (Asthma Medication in English)

  • बीटा-2 अगोनिस्ट: Albuterol, Levalbuterol
  • कॉर्टिकोस्टेरॉयड: Fluticasone, Budesonide
  • लॉन्ग-एक्टिंग बीटा-2 अगोनिस्ट: Salmeterol, Formoterol
  • लॉन्ग-एक्टिंग एंटिकोलिनर्जिक: Tiotropium
  • एंटिलुकोट्राइन दवाएँ: Montelukast

अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज (Ayurvedic Treatment for Asthma)

आयुर्वेद में अस्थमा के इलाज के लिए कांस्यासव, स्वासकुठरस, और पिप्पली आदि जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है। हालांकि, आयुर्वेदिक उपचार के लिए डॉक्टर से परामर्श करना सुरक्षित होता है।

एलर्जी अस्थमा का इलाज घरेलू (Home Remedies for Allergic Asthma)

घरेलू उपाय में गरम पानी में नमक मिलाकर गरारा, अदरक का ताजा रस, हल्दी और दूध, और होमियोपैथिक उपाय शामिल हो सकते हैं। हालांकि, डॉक्टर की सलाह से इन उपायों का उपयोग करें।

अस्थमा कैसे फैलता है (How Asthma Spreads)

अस्थमा एक वायुमंडलीय बीमारी है और यह एक से दूसरे व्यक्ति के माध्यम से नहीं फैलता है। यह आपके जीवनशैली, आणविक आकर्षण, और पर्यावरणीय कारकों के प्रति प्रतिष्ठित होता है।

अस्थमा में क्या नहीं खाना चाहिए (Foods to Avoid in Asthma)

अस्थमा रोगियों को अपायन, जंक फूड, मांस, तला हुआ खाना, और उच्च कॉफीन और चॉकलेट जैसी चीजें नहीं खाना चाहिए। यह तबादला करें और अपने चिकित्सक की सलाह लें।

अस्थमा में घी खाना चाहिए (Is Ghee Good for Asthma)

अस्थमा रोगियों को घी का सेवन करने में कोई खास समस्या नहीं होती है, लेकिन समुचित मात्रा में घी का सेवन करना होना चाहिए।

अस्थमा में अंडा खाना चाहिए (Is Egg Good for Asthma)

अस्थमा रोगियों के लिए अंडा एक प्रकार की पूरी देखभाल और संतुलित आहार का हिस्सा हो सकता है, क्योंकि यह प्रोटीन और अन्य महत्वपूर्ण पोषण उपयोगी तरीके से प्रदान करता है।

अस्थमा दूर करने का मंत्र (Mantra to Cure Asthma)

अस्थमा के इलाज के लिए किसी विशेष मंत्र का उल्लेख नहीं होता है। इसलिए, आपको डॉक्टर की सलाह पर भरोसा करना चाहिए और समय पर उपाय करना चाहिए।

Note: दमा और आस्थमा दोनों ही वायुमंडलीय दर्द या श्वास की समस्या को सूचित करने के लिए उपयोग की जाने वाली शब्द हैं, और इनका अर्थ एक ही होता है

अगर आपको अस्थमा के संकेत या संदेह है, तो आपको चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए, जो उपयुक्त जांच और उपचार की सिफारिश करेंगे। ध्यान दें कि सही और समय पर उपचार से अस्थमा को नियंत्रित किया जा सकता है और आपकी जीवनशैली में सुधार कर सकता है।

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